गणितशास्त्र!
गणितशास्त्र Mathematics. गणित।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पूर्वगत – Poorvgata. A part (5th) of scriptural knowledge (Shrutgyan). श्रुतज्ञान के 12 वें दृष्टिवाद अंग का 5 वां भेद “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोगराहित्य – रोगरूपी बाधा का अभाव होना। अर्हत भगवान के देवकृत अतिषयों में एक अतिषय। समवषरण में सम्पूर्ण जीवों को रोग आदि की बाधाए नही होना। Rogarahitya-Devoid of disease, an excellence of lord Arihant
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजवृत्ति – राजा का कार्य, पक्षपात हो कुल की मर्यादा, बुद्धि और अपनी रक्षा करते हुए न्याय पूर्वक प्रजा का पालन करना राजाओं की राजवृत्ति कहलाती है। Rajavrtti-Ruling duties of a king
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुक्तदंत–Muktdant. Name of the 3rd predestined Chakravarti (empror). भावि शलाका पुरुष; तीसरे चक्रवर्ती का नाम”
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ममकार – Mamakara. My-ness , A feeling of mine with worldly objects. आत्मा से भिन्न पर पदार्थों में मेरेपन का भाव ममकार हैं “
खंडप्रपात Name of summit (kuta) & a cave of Vijayardh mountain. विजयार्ध पर्वत पर स्थित एक कूट एवं एक गुफा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == सम्यक् दर्शन : == सम्मद्दंसणलंभो वरं खु तेलोक्कलंभादो। —भगवती आराधना : ७४२ सम्यक् दर्शन की प्राप्ति तीन लोक के ऐश्वर्य से भी श्रेष्ठ है। यथार्थतत्त्व श्रद्धा सम्यक्त्वम्। —जैन सिद्धान्त दीपिका : ५-३ जीवादि तत्त्वों की यथार्थश्रद्धा (सम्यक्—विचार) करना सम्यक् दर्शन है। दर्शनभ्रष्टा: भ्रष्टा:, दर्शनभ्रष्टस्य नास्ति निर्वाणम्। सिध्यन्ति चरितभ्रष्टा:,…
खचर Vidyadhar-those proficient in super power by birth, Sky moving beings. विद्याधर, तिर्यंच जीवों के तीन भेड़ों में एक; आकाश में चलने वाले नभचर जीव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मौनव्रती–Maunvratti. A vow to keep silence. मौनव्रत धारणकरलेना”