परवर्ती!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परवर्ती:Successive, Subsequent.क्रम, वंश अथवा शाखा में होने वाले आचार्य आदि ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परवर्ती:Successive, Subsequent.क्रम, वंश अथवा शाखा में होने वाले आचार्य आदि ।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूढ़ श्रोता–Muudh Shrota. A foolish or ignorant listener. आयोग्य मूर्ख श्रोता, जिसेसन्मार्गका उपदेश कोप का कारण बनता है”
त्रस्त Troubled, frightened, The 2nd Patal (layer) of the 3rd hell. संतापित , तृतीय नरक का दूसरा पटल। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सामान्य उपयोग – Saamaanya Upayoga.. General perception, Another name of Darshanopyog. दर्शनोपयोग जो सामान्य अथवा सत्ता स्वभाव का ग्रहण करता है।
आभ्यन्तर उपकरण Internal body parts (protecting the objective senses). द्रव्येन्द्रिय की रक्षा करने वाला भीतरी अंग।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमावगाढ सम्यक्तवार्य :See – Paramavagarha Darsandrya.देखें – परमावगाढ़ दर्शनार्थ ।
त्रसनाली Channel of the mobile bios. लोक के मध्य भाग में एक राजू लम्बी , चैड़ी और कुछ कम 13 राजू ऊंची त्रसनाली है । त्रसजीव इसके भीतर ही रहते हैं बहतर नहीं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधन साध्य भाव – Saadhana Saadhya Bhaava. Relations related to means and goal. साध्य साधक भाव । व्यवहार सम्यक्त्व साधन या साधक है एवं निष्चय सम्यत्तव साध्य है।