आहारक काय योग!
आहारक काय योग Vibration in soul-points while translocation of Aharak Sharir. आहारक शरीर के काम करते हुए जो आत्मा के प्रदेश सकंप होते हैं उसे आहारक काय योग कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आहारक काय योग Vibration in soul-points while translocation of Aharak Sharir. आहारक शरीर के काम करते हुए जो आत्मा के प्रदेश सकंप होते हैं उसे आहारक काय योग कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रहस्पति – Brhaspati. Name of a planet , A day of a week , The pre-ceptor of deities. एक ग्रह का नाम ” सप्ताह के एक दिन (वार ) का नाम, काव्य में कवियों ने ब्रहस्पति को देवों का गुरु कहा हैं जैसे – कस्ते क्षम: सुरगुरुप्रतिमोपि बुद्ध्या’ , जबकि तिलोंयपणत्ति आदि…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विकल्प – Nirvikalpa. Free from all confusions, fixed, setteld. विकल्पों से रहित “
आर्यासूत्र The Sutras in Aryachhand of Kashay Pahud. आर्या छन्द में निषद्ध कषाय पाहुड़ के गाथा सूत्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वाण भूमि – Nirvaana Bhumi. Holy place of salvation. सिद्धक्षेत्र; जहाँ से तीर्थंकर व सामान्य केवली मोक्ष गए हों” जैसे – कैलाशपर्वत, सम्मेदशिखर जी, चम्पापुर, गिरनार, पावापुरी इत्यादी “
आयोपायदर्शी An Acharya who gets the faults admitted by Kshapak (one wishing holy death). क्षपक के दोषों को निकलवाने के गुण सहित निर्यापकाचार्य।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुद्धिकुट – Buddhikuta. Name of a summit on Rukmi mountain. रुकिम पर्वत स्तिथ एक कूट “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वर्ग – Nirvarga. That which is unseen or invisible forever. जो सर्वथा असदृश हो “
आशीर्विश(वक्षार) Name of a mountain, its summit and protecting deity. अपर विदेह स्थित दक्षार तप से युक्त मुनि द्वारा ‘मर जाओ’ कहने पर जीव मर जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्माणlस्थल – Nirmaanasthala. A place under construction. निर्माणाधीन स्थल “