पृथिवीकाय!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पृथिवीकाय – Prthivikaya. Earth body (earthen), it is an inanimate form. पृथिवीकायिक जीव के द्वारा छोड़े गये शरीर को पृथिवीकाय कहते हैं ” जैसे – ईंट आदि ” जो अचेतन होते हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पृथिवीकाय – Prthivikaya. Earth body (earthen), it is an inanimate form. पृथिवीकायिक जीव के द्वारा छोड़े गये शरीर को पृथिवीकाय कहते हैं ” जैसे – ईंट आदि ” जो अचेतन होते हैं “
देवद्रव्य (देवधन) Offering auspicious substances for worshipping Lord. पूजा, चैत्यालय आदि के निमित्त अर्पण किया हुआ द्रव्य । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बादरकृष्टि – 9 वें गुणस्थान में संज्वलन क्रोध, मान, माया, लोभ का अनुभाग घटाकर स्थूल खण्ड करना। Badarakristi- Gradual destruction of gross passion
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सदार्चन – Sadaarcana. Regular worshipping. पूजा के 4 भेदों में एक भेद ” अपरनाम नित्यमह है, प्रतिदिन की जाने वाली पूजन “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रहरा- भरत क्षेत्र सिथत आर्यखण्ड की एक नदी। Prahara- Name of a river of Bharat khsetra Arya khand region
[[श्रेणी:शब्दकोष]] Philosophical viewpoints for knowing about all beings (reg. right knowledge). सम्यग्ज्ञान को प्रमाण एवं प्रमाण के अवयव को नय कहतें हैं, इनकें द्वारा जीवादि पदर्थो का ज्ञान होता हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बांस – केवल ज्ञान वृक्ष का नाम। Bamsa- Bamboo tree name of the initiation & omniscient tree of lord Naminath
[[श्रेणी:शब्दकोष]] ”नंदभूपति – Namdabhupati A kind of Siddharthnagar. सिधार्तनगर का एक राजा; जिसने तीर्थंकर त्रेयांसनाथ को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे ”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बहुरुपिणी- तिलोयपण्णत्ति के अनुसार भगवान् नमिनाथ की यक्षिणी का नाम (इनका नाम चामुण्डी देवी भी मिलता है), अनेक रुप बनाने की एक शक्तिशाली विद्या जो रावण को प्राप्त थी। Bahurupini – Name of the female demigod of lord Naminath super power of transforming into multiforms