विद्याता!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विद्याता – Vidhata. Karma as a creator (according to Jaina philosophy). कर्म का पर्यायवाची नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विद्याता – Vidhata. Karma as a creator (according to Jaina philosophy). कर्म का पर्यायवाची नाम “
तिजारा (तीर्थ) Name of a Digambar Jain Atishay Kshetra (a place of pilgrimage) of Lord Chandraprabh in Alvar dist. Rajsthan. राजस्थान के अलवर जिले में स्थित एक सुन्दर नगर जहाँ चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र अवस्थित है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
खगपुर Name of the city of 5th Baldev and Narayan. ५वें बलदेव सुदर्शन एवं ५वें नारायण पुरूषसिंह के नगर का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तर्क संग्रह A book written by Shivaditya. वैषेषिक साहित्य प्रवर्तक शिवदित्य का एक ग्रंथ। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गुणसागर(मुनि) Name of a saint, the disciple of Acharya Shri Dharmasagar Maharaj. चारित्रचक्रवर्ती आचार्य श्री शान्तिसागर जी महाराज के त्रित्र्री पट्टाधेस्श आचार्य श्री धर्मंसागर जी महाराज के एक प्रभावक शिष्य (ई.श. २०-२१)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तरेप्पन क्रिया वृत Union or association with youngs (which is prohibited in relation to observing celibacy). श्रावक की 53 क्रियाओं के वृत – अष्टमूलगुण , बारह व्रत, बारहि तप, समता भाव, ग्यारह प्रतिमाएं, चार दान, पानी छानकर पीना, रात्रि भोजन त्याग, सम्यग्दर्शन सम्यग्ज्ञान आसैर सम्यग्चारित्र के वृत । इनकी विधिस ग्रंथों में देखें। [[श्रेणी: शब्दकोष…
खदिरसार Name of king shrenik (in 3rd precedent birth). एक भीलों का राजा मांस का त्याग किया था , पुनः मरकर तीसरे भाव में वही श्रेणिक राजा हुआ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्रवती – Bhadravati. Mother’s name of the 3rd Chakravarti (emperor). तृतीय चक्रवती मघवा की माता का नाम “
तर्क Argument, Inductive reasoning, Logic. उपलब्धि और अनुपलब्धि की सहायता से होने वाला व्याप्तिज्ञान जैसे – धुएँ को देखकर अग्नि का ज्ञान होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिविपलांश – Prativipalaansh. A time unit. काल का एक प्रमाण विशेष “