द्यानतराय!
द्यानतराय A writer who wrote number of books on Jainism. टागरा निवासी एक लेखक ‘पंडित’ जिन्होंने धर्मविलास, पूजापाठ व भक्ति स्तोत्र आदि अनेक ग्रंथों की रचना की। समय- ई. सन् 1676-1723।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्यानतराय A writer who wrote number of books on Jainism. टागरा निवासी एक लेखक ‘पंडित’ जिन्होंने धर्मविलास, पूजापाठ व भक्ति स्तोत्र आदि अनेक ग्रंथों की रचना की। समय- ई. सन् 1676-1723।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गुणसंक्रमण Transition of karmic particles into different natures. समय समय गुणाकार के क्रम से कर्म परमाणु पलट कर अन्य प्रकृति रूप होना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तूर्यांग A type of wish fulfilling tree (Kalpavriksha). तूर्यांग जाति का एक कल्पवृक्ष जो वाद्य प्रदान करता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गुरुत्व Gravitational force, Eminence, Greatness. भारी, जो किसी भी तरफ किसी चीज को ले जाए वह गुरुत्व है ,पुद्गल अधोगुरुत्व और जीव ऊर्ध्व गुरुत्व धर्मं वाले हैं , बड़प्पन , महानता ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गोशाल Name of the founder of a false doctrine. एक मिथ्यामृत प्रवर्तक ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंदोदरी Mamdodari. Name of the wife of Ravan. रावण की पटरानी, जिसने रावण की मृत्त्यु तथा पुत्रो आदि के वियोग से दुखी होकर दीक्षा ले ली “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वितर्क – Vitarka.: Argument or to make arguments. श्रुत “विशेषरूप से ऊहा या तर्कणा करना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंत्र दोष: A type of saint’s fault related to obtaining food by giving temptation of some mystic word. दाता को मंत्र की महिमा बताकर और मंत्र देने की आशा दिलाकर यदि साधु आहार प्राप्त करें तो वह मंत्रदोष कहलाता हैं एवं आहार देने वाले के द्वारा व्यंतरादिदेवों को विद्या तथा मंत्र से बुला…