निसीधिका!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निसीधिका – Niseedhikaa. See- Nisahi. देखें- निसही “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन पथ – Vachan Patha.: Theory of different view points. वचन मार्ग; कहने के जितने मार्ग है उतने ही नयवाद अर्थात नय के भेद हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निष्पाप – Nishpaapa. Sinless, Name of the 13th predestined Tirthankar(Jaina Lord). समस्त पापों से रहित, 13 वें भाविकालीन तीर्थंकर का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्तृत्व – Vaktratva: Eloquence ,Art of fluent speech . वक्तापन ,भाषण “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यक्षिला – Yakshila. Name of the chief Aryika (Ganini)in the assembly of Lord Aranath. तीर्थंकर अरनाथ के संघ की 60 हजार आर्यिकाओ में गणिनी आर्यिका”
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == जीव : == प्राणैश्चतुर्भिर्जीवति, जीविष्यति य खलु: जीवित: पूर्वम्। स जीव:, प्राणा:, पुनर्बलमिन्द्रियमायुरुच्छ्वास:।। —समणसुत्त : ६४५ जो चार प्राणों से वर्तमान में जीता है, भविष्य में जीयेगा और अतीत में जिया है, वह जीव द्रव्य है। प्राण चार हैं—बल, इन्द्रिय, आयु और उच्छ्वास। अणुगुरुदेहप्रमाण: उपसंहारप्रसप्र्पत: चेतयिता। असमवहत: व्यवहारात्,…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वंचना – Vanchanaa.: Deceit ,deceiving, deception, cheating. ठगना,माया ,आत्मा का कुटिल भाव ;इसका ही दूसरा नाम निकृति या वंचना है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निशिधिका – Nishidhikaa. Place of salvation of Lord Arihant etc. or place of reverential cremation. अर्हत आदि भगवान के निर्वाण क्षेत्र व मुनिराज के समाधि स्थान को निषिधिका कहते है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्राह्मण – Brahmana. A Hindu- caste, known by virtues and good activities. जैन धर्म के अनुसार भरत चक्रवर्ती द्वारा स्थापित वर्ण ” ये ब्रह्मसूत्र (यज्ञोपवीत) को धारण करते थे तथा अहिंसा आदि सदाचार को पालते थे “