भूपाल चतुर्विशतिका टीका!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूपाल चतुर्विशतिका टीका – Bhupala chaturvishtika Tika. Name a commentary book written by pandit Ashadhar. पं. आशाधर (ई. ११७३-१२४३) कृत संस्क्रत टीका “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूपाल चतुर्विशतिका टीका – Bhupala chaturvishtika Tika. Name a commentary book written by pandit Ashadhar. पं. आशाधर (ई. ११७३-१२४३) कृत संस्क्रत टीका “
इक्षुरस Juice of sugar cane. गन्ने का रस Sugar-cane juice. गन्ने का रस जिससे शक्कर गुड आदि बनते है। इस युग के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव ने एक वर्ष उन्तालीस दिन के उपवास के पश्चात हस्तिनापुर में राजा श्रेयांस द्वारा इक्षुरस का प्रथम आहार ग्रहण किया था। Seventh island and ocean of middle universe. मध्यलोक…
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हंस – Hammsa. Goose, gander, swan, another name for soul (a symbol for sacred one). Father’s name of Jaina Lord Simandhar Swami of Videh kshetra (region). क्षीर नीर का विवके करने वाला एक पक्षी, मानसरोवर मे रहने वाले हंस को राजहंस कहते है। अनंतज्ञानादि निर्मल गुण सहित हंस के समान उज्जवल परमात्मा हंस है,…
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परदेशिकत्व:Competence to inspire others for following the right path.दूसरे को सच्चा मार्ग बताने की क्षमता ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रज – धूल, ज्ञानावरण, दर्षनावरण, कर्म धूलि की तरह वस्तुओ का बोध और अनुभव में प्रतिबंध होने से रज कहलाते है। Raja-sand, Dust, Knowledge obscuring Karmas are also called as dust
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वामित्व – Svaamitva. Ownership, governance. किसी वस्तु पर स्वामी का अधिकारपना।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूद्रदत्त – भगवान ऋशभदेव के तीर्थ में एक ब्राहमण जो पूजा के लिए प्राप्त द्रव्य से जुआ खेलने के फलस्वरूम सातवें नरक में गया।चारूदत्त का व्यसनी चाचा, चारूदत्त को व्यसनी इसी ने बनाया था। Rudradatta-Name of a Brahmin in the era of lord Rishabhdev who went into 7th hell because of gambling, Name of…
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वहित – Svahita. One own benefit, benefiting self. हित के दो भेदो मे प्रथम भेद- आत्महित।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योनिमती तिर्यंचनी (तिरश्ची)- भाव स्त्रीवेद के उदय तिर्यच, तिर्यचनी, जिनका द्रव्यवेद पुरूश स्त्री या नपुंसक कोई भी हो सकता है। Yonimati Tiryarhcani (tirasci)-Those Tiryanch beings who are female according to Bhav ved but who might be male, female or hermaphrodite according to Dravya ved