पूर्व स्थिति!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पूर्व स्थिति – Poorvasthiti. First state of Karmas. कर्मों की पहली स्थिति; अंतःकरण के द्वारा निषेकों की पंक्ति दो भागों में विभाजित हो जाती है पूर्व स्थिति और उपरितन स्थिति “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पूर्व स्थिति – Poorvasthiti. First state of Karmas. कर्मों की पहली स्थिति; अंतःकरण के द्वारा निषेकों की पंक्ति दो भागों में विभाजित हो जाती है पूर्व स्थिति और उपरितन स्थिति “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विष वाणिज्य – Visha Vanijya. Trade of poison, destructive for all beings. जीवों को घात करने वाले विष का व्यापार “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूतरक्ता – Bhutarakta. Name of a female beloved divinity of a peripa-tetic deity ‘Pratirup’. एक व्यंतर इंद्र ‘प्रतिरूप’ की देवी का नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विनायक यंत्र – Vinayaka Yamtra. An emancipated auspicious mystical metallic plate. एक यंत्र जिसमें ‘चत्तारी मंगलं’ आदि मन्त्रों की रचना विशेष है ” यह विघ्न विनाशक यंत्र कहलाता है “
गंगा The first river of Jambudvip among all 14. जम्बूद्वीप की १४ महानदियों में प्रथम नदी , यह पद्म सरोवर के पूर्व द्वार से निकली है । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मैथुनशाला–Maithunshala. Name of a place of some deities. ज्योतिष देवो के प्रसादो में एक प्रसाद, भवनवासी देवो के भवनों में एक गृह”
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव सम्यग्द्रष्टि – Bhava Samyagdrsti. One possessing right knowledge or perception. भेद ज्ञान पूर्वक परद्रव्य, परभाव, परपर्याय से भिन्न आत्मा का अनुभव करने वाला “
खांसना Coughing, To cough. कफ आदि के कारण हवा को आवाज के साथ गले से बाहर फेंकना । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव अशुध्द आहार – Bhava Asuddha Ahara. A fault related to saint – food . १६ उदगम दोषों से युक्त आहार ” साधु यदि आहार संबंधी १६ उदगम दोषों में किसी प्रकार का विकल्प करता है तो वह भाव से उद्दिष्ट आहार है “