ऊर्ध्व रेणु!
ऊर्ध्व रेणु A length unit, 8 Sannasannas. लम्बाई का एक प्रमाण आठ सन्नासन्न।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ऊर्ध्व रेणु A length unit, 8 Sannasannas. लम्बाई का एक प्रमाण आठ सन्नासन्न।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्राणायाम- ष्वास को अंदर खीचना कुम्भक, रोक कर रखना पूरक एवं धीरे-धीरे बाहर छोड़ना रेचक है, यें तीनो मिलकर प्राणायााम कहलाते हैं। Pranayma- Yoging respiratory control, meditation
चतुर्दश पूर्वित्व A type of supernatural power possessed by great saints (Shrut Kevalis). एक प्रकार की ऋद्धि. द्वादशांग श्रुतज्ञान को धारण करने वाले महर्षि अर्थात् श्रुतकेवली इस ऋद्धि के धारी होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्राचीर- दीवार, घेरा। Pracira- Enclosure, Rampart, a parapet The walls erected around a city or fort
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संरंभ – Sanranbha. Resolution for some activity. जीवाधिकरण का एक भेद; कार्य करने का संकल्प करना “
झष Name of the 3rd Patal (layer) of the 5th hell.5 वें नरक का तीसरा पटल।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बहिरंग धर्मध्यान- पंच परमेठी की भक्ति आदि तथा उनके अनुकूल शुभानुठान अर्थात् पूजा, दान विनय आदि करना। Bahiranga dharmadhyana- Euological devotion for the lord Arihant
देह Body, a type of peripatetic celestial. शरीर, काया, पिशाच, जातीय व्यंतर देवों का एक भेद।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
जघन्य कृष्टि Lowest destruction of passion. सबसे स्तोक (कम) अनुभाग वाली प्रथम कृष्टि जघन्य कृष्टि है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संयतासंयत – Sanyataasanyata. One having control & restraints with minor vows. एकदेश रूप व्रतों के या अणुव्रत के धारक जीव ” व्रती श्रावक, क्षुल्लक व ऐलक ये संयतासंयत कहलाते हैं “