वैराग्य!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैराग्य –Vairagya Aversion from worldly life, to be free from all worldly attachments. संसार शरीर तथा भोगों से विरक्त भाव अथवा उदासीन या शांतभाव “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैराग्य –Vairagya Aversion from worldly life, to be free from all worldly attachments. संसार शरीर तथा भोगों से विरक्त भाव अथवा उदासीन या शांतभाव “
छंदन Observance according to the will of spiritual teacher-’Acharya’. ग्रहण किए हुए पुस्तक आदि उपकरणों में , विनय के काल में , वंदना- सूत्र के अर्थ को पूछना इत्यादिक में आचार्य आदि की इच्छा के अनुकूल वर्तना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समुदघात – Samudghaata. Extrication of soul-points from the body without leaving the body, there are 7 kinds of it. वेदना आदि के निमित्त से मूल शरीर को नही छोड़ते हुए जो जीव के कुछ आत्मप्रदेष शरीर से बाहर निकलते है उसे समुद्धात कहते है। इसके 7 भेद है- वेदना, मारणान्तिक, वैक्रियिक, तैजस, आहारक और…
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भीष्म पितामह – Bhishma Pitamaha. A great warrior of Mahabharat. धृतराज के भाई, महाभारत के प्रमुख पात्र, अपरनाम- गांगेय “
चित्प्रकाश Spiritual consciousness. सवसंवेदन, अंतर्मुखचित्प्रकाश दर्शन है एवं बहिर्मुख चित्प्रकाश ज्ञान है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समवाय – Samavaaya. An assemblage, a collection, a multitude (in separable). सम्मिश्रण, संयोग, समूह, तादात्मय, न छूटने वाला, अपृथक्पना और अयुतसिद्वपना।
चारित्रमोहनीय कर्म Conduct deluding Karmas. चारित्र या आचरण को मोहित करने वाला कर्मा ; मोहनीय कर्मा का एक भेद , जिसके उदय से जीव के असंयम भाव होता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समाहार – Samaahaara. A collection, an aggregate, name of a female divinity of Ruchak mountain. समूह, रुचक पर्वत निवासिनी दिक्कुमारी देवी।