पाण्डित्य!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाण्डित्य:Intellectual talent, erudition.विद्वत्ता- संसार का उद्वार करने वाला ज्ञान।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाण्डित्य:Intellectual talent, erudition.विद्वत्ता- संसार का उद्वार करने वाला ज्ञान।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाखंडी :Dissembling, Hypocritical.संसार चक्र मे भ्रमण करने वाले झूठे साधु या तपस्वी।
त The sixteenth consonant of the Devanagari syllabary. देवनागरी लिपि का सौलहवाँ व्यंजन अक्षर , इसका उच्चारण स्थान दंतमूल है। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पांशुमूलिक:A type of a caste related to vidyadhara.एक विद्याधर वंशीय जाति का नाम।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संवाद – Sanvaad. Dialogue, Conversation. बातचीत, वार्तालाप, सहमती “
देवशर्मा The 5th chief disciple of Lord Rishabhanath. भगवान ऋषभदेव के 84 गणधरों में से 5वें गणधर का नाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्थान गोपुच्छा :Particular decreasing sequence of Krishti.निचली विवक्षित संग्रह कृष्टि की अन्त कृष्टि के ऊपर की अन्य संग्रहकृष्टि का विषेष घटता क्रम ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पर सामान्य:A type of universal entities. सामान्य का एक भेद, इसे सत्ता, भाव और महासामान्य भी कहते है।
चोरी- बिना दी हुई वस्तु का लेना चोरी स्तेयहै। इस कथन का अभिप्राय है कि बाह्य वस्तु ली जाय या न ली जाय किंतु जहाँ संक्लेशरूप परिणाम के साथ प्रवृति होती है, वहाँ चोरी का दोष लगता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]