पापानुबंधी पुण्य!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पापानुबंधी पुण्य – Papanubamdhi Punya. Converting good results into bad by following wicked activities. पुण्य के उदय से प्राप्त बुद्धि, कौशल, निरोग शरीर आदि क्षमताओं को पापार्जन में लगा देना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पापानुबंधी पुण्य – Papanubamdhi Punya. Converting good results into bad by following wicked activities. पुण्य के उदय से प्राप्त बुद्धि, कौशल, निरोग शरीर आदि क्षमताओं को पापार्जन में लगा देना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पानभोजन- Panabhojana. To take pure meals in daylight. आहिंसाणु व्रत की एक भावना; सूर्यप्रकाश में देख शोधकर भोजन पान करना”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राश्ट्रकूटवंष – जंगतंुग अमोधवर्श आदि राजाओ का वंष। इस वंष का राज्य मालवा प्रदेष में था। राजधानी मान्यखेट थी। Rastrakutavamsa-Name of a dynasty
दासी दास Men and women servants. 10 प्रकार के ब्राह्य परिग्रह में एक-स्त्री और पुरूष नौकर ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नत्रयव्रत – वर्श में 3 बार, भादो, माध चैत्र में विघिपूर्वक षु, 13 से पूर्णिमा तक किया जाने वाला व्रत। Ratnatrayavrata- A particular type of vow or fasting
ईश्वरसेन Name of an Acharya. नंदिषेण प्रथम के शिष्य एंव नंदिषेण द्वितीय के गुरु।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आदि Beginning, Primeval, Etcetera (etc.). ‘प्रथम‘ के अर्थ में प्रयुक्त होता है जैसे ऋषभादि भगवान, ‘प्रकार‘ के अर्थ में जैसे पूना आदि शहर, ‘ समीप्य‘ के अर्थ में जैसे नदी आदिक क्षेत्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाटलिका:Name of an auspicious articles kept near the idol of lord.जिन प्रतिमा के पास विद्यमान रहने वाले 108 उपकरणों मे से एक।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युतसिद्ध – दण्ड और दण्डी की भाति जिसमे प्रदेष भिन्नता पायी जाती है। Yutasiddha-combined but having different entities
ईश्वरकारणिक One who holds that God is the creator of universe. ईश्वर को सृष्टि निर्माता मानने वाला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]