उपचारछल!
उपचारछल Formal deceitful behaviour, Metaphoric presen-tation. उपचार अर्थ में मुख्य अर्थ का निषेध करके वक्ता के वचनों का निषेध करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपचारछल Formal deceitful behaviour, Metaphoric presen-tation. उपचार अर्थ में मुख्य अर्थ का निषेध करके वक्ता के वचनों का निषेध करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
घोषणा A habitation of herdsmen, Outcry, Roar, Name of a celestial deity. जन-जन तक निर्णय की सूचना पहुंचाना . पारिव्राज्यक्रिया के २७ सूत्रपदों में एक सूत्रपद . जो मुनि नगाड़े संगीत आदि की घोषणा का त्याग कर्ज्के तपस्या करता है उनकी तपस्या सफल होने पर दुंदुभिघोष होता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सभामण्डप – Sabhaamandapa. Assembly hall, Auditorium. देखें-सभाभवन।
गृहस्थ House holders, members of mundane life. स्त्री सहित रहकर धर्मं, अर्थ , काम पुरूषार्थ का सेवन करने वाला ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गुरु Teacher, spiritual teacher, saints (Acharya, Muni etc.), Heavy, Name of a day (Thursday), One of the 9 planets. शिक्षक, सम्यग्दर्शन ज्ञान चारित्र इस गुणों के द्वारा जो बड़े बन चुके हैं अर्थात् आचार्य, उपाध्याय व साधु तीनों परमेष्ठी सच्चे गुरु कहलाते हैं . भारी , सप्ताह का एक दिन , नवग्रह में से एक,…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिसरण- pratisarana Induction (related to right virtues). सम्यतवादि गुणों की प्रेरणा करना।
गुमानी राम The son of Pandit Todarmalji, the founder of Gumani Panth. पं टोडरमलजी के पुत्र जिन्होंने गुमानी पंथ की स्थापना की थी. इस पंथ में भ.अगवान की प्रतिमा का अभिषेक नहीं करते हैं बल्कि सामने एक घड़ा या परात रखकर उसमें अभिषेक करते हैं. इस पंथ का एक मंदिर जयपुर में है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्तांक – Saptaanka. Infinite multiplicative increase. असंख्यात गुणवृद्वि की सप्तांक संज्ञा है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्तकरण – Saptakarana. Seven types of karan (conduct, disposition, operation). सात करण-अंधःकरण, अपूर्वकरण, अनिवृत्तिकरण, क्रमकरण, अन्तरकरण, देशघातीकरण, आयुक्तकरण।
घटयात्रा An auspicious pitcher-procession for carrying water to perform purificatory rites. It is generally conducted by the married woman. मंदिर शुद्धि , वेदी शुद्धि , शिखर शुद्धि हेतु तथा पंचकल्याणक आदि के प्रारम्भ में सौभाग्यवती महिलाओं के द्वारा विशेष विधिपूर्वक नदी, सरोवर या कुएं से मंगल कलशों में भरकर जल लाने के .लिए निकाली जाने…