जैनत्व के प्रतीक तीन कार्य!
जैनत्व के प्रतीक तीन कार्य (जिनेन्द्र देव दर्शन, जलगालन और रात्रि भोजन त्याग) डा. सुरेन्द्रकुमार जैन ‘भारती’ मनुष्य के रूप में जन्म लेने वाले व्यक्ति को यदि जैन कुल मिल जाये तो यह इस दृष्टि से महत संयोग है कि यदि वह जैन संस्कारों का पालन करेगा तो वह अपने मनुष्य जीवन को पतन से…