(९) उत्तमआकिंचन्य धर्म (नाटिका) ब्र. कु. दीपा जैन (संघस्थ) प्रात:काल की मंगल बेला है, १७-१८ साल की एक बालिका भारती स्नानादि से निवृत्त होकर अपनी सहेली ऋद्धि के घर पहुँच जाती है। ऋद्धि भी मंदिर जाने के लिए तैयार हो रही है, साथ में कुछ गुनगुना भी रही है।) भारती-ऋद्धि! तुम अभी तक तैयार…
शांति के दाता भगवान शान्तिनाथ- एक भावपूर्ण नृत्य नाटिका इस आर्यखण्ड में भारतवर्ष सदा पावन और पूज्य रहा, …
मरुभूति प्रथम भव प्रथम दृश्य (मंच पर सामूहिक प्रार्थना) धरती का तुम्हें नमन है, आकाश का तुम्हें नमन है। …
‘‘वीर गाँव के वीरसागर’’ (एक नाटक) (महाराष्ट्र प्रांत के औरंगाबाद जिले में एक छोटे से कस्बे वीर नामक ग्राम में रामसुख नाम के एक श्रेष्ठी रहा करते थे। उन्होंने ‘‘भाग्यवती’’ नाम की धर्मपत्नी को पाकर मानो सचमुच ही राम जैसे सुख को प्राप्त कर लिया था। गंगवाल गोत्रीय ये दम्पत्ति श्रावक कुल के शिरोमणि…
क्षमावणी पर्व का महत्त्व (नाटिका) -ब्र. कु. अलका जैन (संघस्थ) १३-१४ साल की एक बालिका जिसका नाम देशना है वह स्कूल से आती है और अपने बैग को एक कोने में रखती हुई चिल्लाते हुए माँ से कहती है। देशना-माँ, मुझे बहुत तेज से भूख लगी है, मुझे जल्दी से खाना दो। माँ-(अंदर से…
उत्तम शौच धर्म पर अंग्रेजी नाटिका (5) Greed : The Father of All the Sins (A Play related with Uttam Shauch Dharma) Aryika Swarnmati (Sanghasth) (Participants-Seth Lubdhak (uegyOekeâ) & his wife Nagvasu (veeieJemeg), King Abhayvahan (DeYeÙeJeenve) & Queen Pundrika (hegC[jerkeâe), Two sons of Lubdhak-Garurdatta (ie®Ì[oòe) & Nagdatta (veeieoòe), Some attendants of the King)…
(४) उत्तम सत्य धर्म (नाटिका) आर्यिका सुदृढ़मती (संघस्थ) नाटक के पात्र-राजा सिंहसेन-रानी रामदत्ता, सेठ समुद्रदत्त, पुरोहित शिवभूति (सत्यघोष), बहन जी (पाठशाला की मैडम), २-३ बच्चे, दासी, नागरिक, सत्यघोष की पत्नी, सभासद। प्रथम दृश्य समय- सायंकाल, स्थान-दि. जैन मंदिर का भवन (एक दि. जैन रात्रि पाठशाला का दृश्य जहाँ सभी बच्चे नीचे आसन पर लाइन…
(६) उत्तम संयम धर्म (नाटिका) ब्र. कु. बीना जैन (संघस्थ) नाटक के पात्र-राजा सिंहसेन-रानी रामदत्ता, सेठ समुद्रदत्त, पुरोहित शिवभूति (सत्यघोष), बहन जी (पाठशाला की मैडम), २-३ बच्चे, दासी, नागरिक, सत्यघोष की पत्नी, सभासद। प्रथम दृश्य- समय-सायंकाल, स्थान-दि. जैन मंदिर का भवन (एक दि. जैन रात्रि पाठशाला का दृश्य जहाँ सभी बच्चे नीचे आसन पर लाइन…