मानवमात्र के कल्याणकारी अष्ट मूलगुण
मानवमात्र के कल्याणकारी अष्ट मूलगुण मूलगुण क्या हैं ? जिस प्रकार मूल (नींव) के बिना मकान नहीं टिक सकता, मूल (जड़) के बिना वृक्ष नहीं उग सकता, मूल (स्रोत) के बिना नदी, कुएं, नहर आदि अपना नाम सार्थक नहीं कर सकते उसी प्रकार मूलगुणों के बिना मनुष्य ‘‘श्रावक’’ यह संज्ञा प्राप्त नहीं कर सकता। ...