उत्तम तपधर्म!
उत्तम तप धर्म (गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी के प्रवचनांश……..) संसार में कषाय तथा विषयरूपी योद्धा यद्यपि अत्यन्त दुर्जय हैं किन्तु जिस मुनि के पास तपरूपी प्रबल सुभट मौजूद है, उसका वे कुछ भी नहीं कर सकते तथा वे मुनि उपद्रव रहित सुख से मोक्ष चले जाते हैं इसलिए मोक्षाभिलाषी मुनियों को तप सबसे प्रिय समझना…