आचार्यों का पादप्रक्षालन एवं अभिवादन
महोत्सव समिति द्वारा समस्त आचार्यों का पादप्रक्षालन एवं अभिवादन ‘‘साधना को सत्य का शृंगार मिल गया, भावना को पुरुषार्थ का आकार मिल गया। अब आज इनकी अर्चना फल लेके आई है, जब पाषाण को इक मूर्ति का आकार।।’’ अंतर्राष्ट्रीय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव की गरिमा में निश्चित ही विभिन्न साधु-संघों के समागम से चार-चांद लग गये…