आर्यिकाओं की आचार पद्धति!
आर्यिकाओं की आचार पद्धति चर्तुिवध संघ में आर्यिकाओं का स्थान मुनि, आर्यिका, श्रावक और श्राविका रूप चर्तुिवध संघ में ‘आर्यिका’ का दूसरा स्थान है। श्वेताम्बर जैन परंपरा के प्राचीन आगमों में भी यद्यपि इन्हें अज्जा, आर्या, आर्यिका कहा है, किन्तु इस परंपरा में प्राय: इन्हें ‘साध्वी’ शब्द का ज्यादा प्रयोग हुआ है। प्रथम तीर्थंकर भगवान्…