तीर्थंकर जन्माभिषेक महिमा (हरिवंशपुराण से )
तीर्थंकर जन्माभिषेक महिमा (हरिवंशपुराण से) तदनन्तर इन्द्र की आज्ञा और अपनी भक्ति के भार से कुबेर ने स्वयं आकर शुभ तीर्थजल से भगवान् के माता-पिता का अच्छी तरह अभिषेक किया और मनोज्ञ कल्पवृक्षों से उत्पन्न अन्यजन-दुर्लभ सुगन्ध और उत्तमोत्तम आभूषणों से उनकी पूजा की।।१।। जिस प्रकार आकाश की लक्ष्मी अपने निर्मल उदर में चन्द्रमा को…