प्रामाण्य!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रामाण्य- प्रामाणिकता; प्रमाण का कर्म प्रमाण्य कहलाता है वह पदार्थ के निष्चय करने रुप लक्षण वाला होता है। Pramanya- Authenticity, authority
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रामाण्य- प्रामाणिकता; प्रमाण का कर्म प्रमाण्य कहलाता है वह पदार्थ के निष्चय करने रुप लक्षण वाला होता है। Pramanya- Authenticity, authority
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवस्थिति – Bhavasthiti. A life duration. एक भव की स्थिति “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्राभृत- जो प्रकृश्ट अर्थात् तीर्थकर के द्वारा आमृत अर्थात् प्रस्थापित किया गया है वह प्राभृत है। समय प्राभृत या षट् प्राभृत आदि नाम के ग्रंथ। श्रुतज्ञान के 20 भेदों में 15 वाँ भेद; यह ज्ञान प्राभृत-प्राभृत समास में एक अक्षररुप श्रुतज्ञान की वृद्धि होने से होता है। Prabhrta- A type of Scriptural Knowledge (shrutgyan)
[[श्रेणी: शब्दकोष]] “पद्मोत्तर (नाम)” Past-birth name of Lord Shreyansnath. तीर्थकर श्रेयांसनाथ के पूर्वजन्म का नाम ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रह्मविलास – Brahmavilasa. A book written by pandit Bhagvati Das. पं. भगवती दास (ई. १६२४-१६४३ ) द्वारा रचित एक ग्रंथ “
ऊर्ध्व रेणु A length unit, 8 Sannasannas. लम्बाई का एक प्रमाण आठ सन्नासन्न।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्राणायाम- ष्वास को अंदर खीचना कुम्भक, रोक कर रखना पूरक एवं धीरे-धीरे बाहर छोड़ना रेचक है, यें तीनो मिलकर प्राणायााम कहलाते हैं। Pranayma- Yoging respiratory control, meditation
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पद्मावत:A summit situated at Vidyutprabh Gajadani. विद्युतप्रभ गजदन्तस्थ एक कूट।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाहुबली चरित्र – BahubaliCaritra. A poetic composition composed by Ganini Shri Gyanmati Mataji on the life of Lord Bahubali. सून १९६५ में गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी द्वारा श्रवणबेलगोला में भगवान बाहुबली के चरण सानिध्य में रचित १०१ पघ में एक अलंकारिक हिंदी काव्य रचना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्राचीर- दीवार, घेरा। Pracira- Enclosure, Rampart, a parapet The walls erected around a city or fort