परस्पराश्रय हेत्वाभास!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्पराश्रय हेत्वाभास:Mutually dependent hypothetic fallacy.एक प्रकार का हेत्वाभास (मिथ्या हेतु) जो हेतु दूसरे हेतु पर आश्रित हो ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्पराश्रय हेत्वाभास:Mutually dependent hypothetic fallacy.एक प्रकार का हेत्वाभास (मिथ्या हेतु) जो हेतु दूसरे हेतु पर आश्रित हो ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्तकंबला – सुमेरू के पंाडुक वन की चार दिषाओ में वायव्य दिषा में स्थित षिला जिस पर एरावत क्षेत्र के तीर्थकरो का जन्माभिशेक किया जाता है। Raktakambala-Name of an auspicious large stone (related to the birth anointment ‘Janmabhishek of jaina lords of Eravat Kshetra-a region
त्रिपंचाशत Fifty three,a number (53 auspicious activities of householders). त्रेपन, 53 (गर्भान्वय की 53 क्रियाएँ आदि)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आलाबु A hollowed – out gourd (as used by Vedic ascetics to carry water). तुम्बी वैदिक साधुओं द्वारा जो जल के लिए उपयोग की जाती है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीर निर्माण क्रम – Shareera Nirmaana Krama. Sequential development of complete body formation. माता के गर्भ में जीव के अंग-उपांग के सम्पूर्ण विकास का क्रम, यह प्रायः 9 माह में पूर्ण होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] र्हं – एक मंत्र – ये जिनेन्द्र भगवान का वाचक है। Rham-A spiritual and mystical word of meditation
दारू A typt of wine, A king of Yadu dynasty.शराब, यदु (यादव) वंश का एक राजा। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राज्योत्तम – रूचक पर्वत पर स्थित एक कूट। यहां रूचकदेवी का निवास है जो तीर्थकर के जन्म में सेवार्थ जाती है। Rajyottama-A summit situated at mountain
[[श्रेणी:शब्दकोष]] ललित कीर्ति – यषकीर्ति न 3 के गुरू और रत्ननंदी द्वि के षिक्षा गुरू। समय ई – 1214, काश्ठसंघी जगतकीर्ति के षिश्य एक मंत्रवादी। कृति महापराण टीका। नंन्दीष्वर व्रत आदि 13 कथाएं। Lalitakirti-Name of saints-(1) Spiritual teacher of ratnanandi-II (2) The disciple of Jagatkirti of Kashtha Group