तदुभय वक्ताव्यता!
तदुभय वक्ताव्यता A type of statement or exposition. वक्ताव्यता के 3 भेदों में एक भेद स्वसमय , परसमय दोनों का निरूपण करके जहां पर समय को दोषमुक्त दिखलाकर स्वसमय की स्थापना की जाती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तदुभय वक्ताव्यता A type of statement or exposition. वक्ताव्यता के 3 भेदों में एक भेद स्वसमय , परसमय दोनों का निरूपण करके जहां पर समय को दोषमुक्त दिखलाकर स्वसमय की स्थापना की जाती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकसंस्थान – Lokasansthaana.: A kind of religious observance (contemplation over the size of universe with prescribed procedure). धर्म ध्यान का एक भेद –संसथान विषय ” मुनि चित की एकाग्रता के साथ लोक के आकार का चिंतन आगम के अनुसार करते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरंजन – Niranjana. Untainted (pure), Another name of Mohshmarga (path of salvation) परमशुद्ध, निश्चयमोक्ष मार्ग का एक अपरनाम “
गुंजाफल A traditional weighing unit. तौल का एक प्रमाण , २ धान्यमाण फल=१ गुन्जाफल ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुरश्रेष्ठ – Surasreshtha. The past birth soul of the 21th thirthkar(Jain Lord) Naminath. 21 वें तीर्थकर नमिनाथ के एक पूर्व भव का नाम ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पार्वतेय – Parvateya. A type of Vidyadhars of Matang caste. मातंग्ड जाति विध्याधरों का एक भेद; हरे रंग के वस्त्रों से तथा नाना प्रकार की माला व् मुकुटों से युक्त “
तत्वार्थबोध A book written by Pandit Budhjana. पं. बुधजन (ई.श. 1814) द्वारा रचित तत्वार्थ विषयक एक ग्रंथ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुमतिदेव – Sumatideva. Name of the great Acharya, the writer of ‘Sanmati Tarak Tika’. मूलसंघ में कुन्दकुन्द आचार्य परम्परा के एक आचार्य सन्मति तर्क टीका ग्रन्थ के रचयिता । समय – ई0 श0 7-8 ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पारमार्थिक सुख – Parmarthika Sukha. Supreme enjoyment, spiritual bliss, परम, सर्वोत्कृष्ट एवं यथार्थ आत्मिक सुख “
गुरुमत Name of a doctrine established by Prabhakar Mishra. पूर्व मीमांसा का एक सम्प्रदाय , प्रभाकर मिश्र का एक मत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]