मुखवस्त्रिका!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुखवस्त्रिका–Mukhavastrika. Mouth mask used by some of the Shvetambar sainta. श्वेताम्बर मत के कुछ साधु–साध्वियो द्वारा उपयोग की जाने वाली श्वेत मुख पट्टी”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुखवस्त्रिका–Mukhavastrika. Mouth mask used by some of the Shvetambar sainta. श्वेताम्बर मत के कुछ साधु–साध्वियो द्वारा उपयोग की जाने वाली श्वेत मुख पट्टी”
जन्माभिषेक Auspicious bathing (anointment) of Jaina Lord. सौधर्म-ईशान इन्द्रों द्वारा पांडुकशिला पर बाल तीर्थंकर की अभिषेक क्रिया ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यंदन – Syammdana. Splendourous chariots of Cghakravarties (emperors).रथ-चक्रवर्ती बलदेवो के चढ़ने योग्य जो होते है एवं सर्व आयुधों से परिपूर्ण पवन के समान वेग वाले, धुर के टूट जाने पर भी जिनके चक्करो की रचना इस प्रकार की होती है कि गमनागमन मे बाधा नही पड़ती वे स्यंदन कहलाती है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवनवासी देव – Bhavanavasi Deva. Residential celestial beings. चतुर्निकाय के देवों में प्रथम निकाय के देव, ये १० प्रकार के होते हैं “
जघन्य पात्र A vowless religious observer with right faith. व्रतरहित सम्यग्दृष्टि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्मरणाभास – Smaranaabhaasa. False rememberance of memory.देखें व सुने पदार्थ को कालान्तर मे उसका स्मरण न होकर उसकी जगह दूसरे का स्मरण होना स्मरणाभास है।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यश–Yash. Fame, name of a summit situated at Ruchak mountain. प्रसिद्धि, रुचक पर्वत पर स्थित एक कूट”
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशेषण – Visheshana. Adjective – a qualifying word. गुणवाचक शब्द, गुण, विशेषता ” वह शब्द जो किसी दूसरे शब्द की विशेषता प्रकट करता है “
जगत्सुन्दरी प्रयोगमाला A book written by Acharya Yashahkirti. आचार्य यशःकीर्ति (ई.श.१३) की एक रचना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तदाकार स्थापना Similar representation. निक्षेप पाषाण आदि में जिसकी स्थापना करनी हो उसकी वैसी ही मूर्ति बना। [[श्रेणी:शब्दकोष]]