29. पश्चिम पुष्करार्धद्वीप ऐरावतक्षेत्र वर्तमान तीर्थंकर स्तोत्र
(चौबीसी नं. २९) पश्चिम पुष्करार्धद्वीप ऐरावतक्षेत्र वर्तमान तीर्थंकर स्तोत्र गीता छंद पुष्कर अपर में उत्तरी दिश, क्षेत्र ऐरावत कहा। उस मध्य आरजखंड में, षट्काल परिवर्तन कहा।। तीर्थेश चक्री आदि चौथे-काल में होते वहाँ। चौबीस जिनवर वर्तमानिक, को सदा वंदूँ यहाँ।।१।। दोहा समवसरण प्रभु आपका, दिव्य सभा का रूप। मध्य कमल आसन उपरि, राजें तिहुँजग…