जैनधर्म एवं विज्ञान
जैनधर्म एवं विज्ञान सारांश प्रस्तुत आलेख का मूल प्रतिपाद्य विषय आचार्य उमास्वामी द्वारा निरूपति सूत्रों में पौद्गलिक स्कंध और उनके निर्माण की प्रक्रिया को आधुनिक रसायन विज्ञान के आलोक में समझना है। इस आलेख में तत्वार्थसूत्र के निम्नांकित सूत्रों का आधुनिक विज्ञान पर आधारित विश्लेषण किया गया है— गुणसाम्ये सदृशानाम्। न जघन्य गुणानाम्। परस्परोपग्रहो जीवानाम्।…