जैन आगम-साहित्य में अहिंसा हेतु उपस्थापित युक्तियाँ
जैन आगम-साहित्य में अहिंसा हेतु उपस्थापित युक्तियाँ सारांश अहिंसा का पालन एवंहिंसा का त्याग यद्यपि आधुनिक युग की महती आवश्यकता है, तथापि जैनागमों में इसके लिए किस प्रकार के तर्क दिए गए हैं, उनका अध्ययन ही प्रस्तुत शोध—निबन्ध का प्रमुख प्रतिपाद्य विषय है। शान्ति, स्वतंत्रता, समता एवं निर्भय जीवन के लिए अहिंसा अपरिहार्य आवश्यकता है।…