जैन विद्वानजैन विद्वान नाम की इस श्रेणी में दिगम्बर जैन समाज के समस्त विद्वान-प्रोफेसर-पंडित-प्रतिष्ठाचार्य आदि के पते प्रस्तुत किये जा रहे हैं।विशेष – इसमें स्थानों के नाम अंग्रेजी वर्णमाला के क्रमानुसार दिये गये हैं । [[श्रेणी:आध्यात्मिक_विभूतियाँ]]
जिंक की कमी से पैदा होती हैं स्वास्थ्य समस्याएं प्रेंकफर्ट में जर्मन हेल्थ एसोशिएशन द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार आधे से अधिक जर्मन जिंक की कमी से पीड़ित हैं। जिंक की कमी से जुकाम, थकावट, भूख न लगना, घावों का धीमी गति से भरना आदि समस्याएं उत्पन्न होती हैं और अगर इन समस्याओं…
कौन से पौधे कारगर सांची: पौधों की पत्ती को आयुर्वेद में आंखों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सांची पेड़ को प्रचीन काल से ही वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए कारगर कहा गया है। मच्छरों से बचाव के साथ ही सांची पेड़ का प्रयोग स्रेक बाइट के लिए भी इस्तेमाल होता है।…
हृदय की बनावट को भी प्रभावित करता है मोटापा मोटापा कई गंभीर रोगों का कारण है और अब इन रोगों की सूचि में एक और नाम जुड़ने जा रहा है । हाल ही में तुलने यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ शेगेक्सू ने अपने एक अध्ययन में पाया कि मोटापे से ग्रस्त बच्चों में वयस्क होने पर हृदय…
मोतियाबिंद की सम्भावना को कम करती हैं हरी सब्जियां हाल ही में हुए एक नवीनतम शोध के अनुसार हरी सब्जियाँ खाने व पत्तेदार सब्जियों का सेवन बढ़ती उम्र में मोतियाबिंद होने की संभावना को कम करता है। इस शोध में विशेषज्ञों ने पाया कि मनुष्य की आंखों के सेल्स को जब ल्यूटिन व जैक्साथिन एंटी…
कई रोगों की दवा है मौसमी खट्टे फलों की श्रेणी में आने के कारण मौसमी विटामिन सी का भण्डार है। इसमें विटामिन ए,बी, कॉम्लेक्स, फ्लेवोनश्चयड, अमीनो एसिड, कैल्शियम, आयोडीन, फॉस्फोरस, सोडियम, मैगनीज जैसे अन्य पोषक तत्व भी होते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट गुणों के कारण यह हर मौसम में बहुत उपयोगी है। मौसमी में मौजूद पोटेशियम,…
पं. भगवतीदास विरचित ‘मइंकलेहा-चरिउ में मूढ़त्रय विवेचन प्राचीन भारतीय वाङ्गमय को समृद्धता के शिखर पर पहुँचाने का महत्त्वपूर्ण कार्य संस्कृत प्राकृत और अपभ्रंश भाषाओं के माध्यम से प्राप्त हुआ है। संस्कृत को आज भी देश में व्यापक स्तर पर मान्यता प्राप्त हैं प्राकृत और अपभ्रंश का साहित्य कभी इस देश के बहुसंख्यक लोगों द्वारा समादृत…