धूम्रपान : दस्तक एक और खतरे की धूम्रपान करने वालों के लिए एक और नई चेतावनी सामने आई है। एक नए शोध में पता चला है कि धूम्रपान करने से ‘ मल्टीपल स्कलरोसिस’ नामक बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। यह शोध नार्वे में लगभग २२ हजार लोगों पर किया गया। इस अध्ययन में…
श्री गौतम गणधर वर्ष (२०१४-२०१५) धर्मप्रेमी बंधुवर ! वर्तमान जैन शासन एवं जैन आगम की आधारशिला है—भगवान महावीर की दिव्यध्वनि, जिसका प्रादुर्भाव हुआ आज से २५७० वर्ष पूर्व श्रावण कृ. एकम् के शुभ दिवस, जब भगवान को केवलज्ञान प्राप्ति के ६६ दिन पश्चात् इंद्रभूति गौतम ने भगवान का शिष्यत्व स्वीकार कर भगवान के समवसरण में…
श्री शांतिनाथ चक्रवर्ती कुरुजांगल देश की हस्तिनापुर राजधानी में कुरुवंशी राजा विश्वसेन राज्य करते थे। उनकी रानी का नाम ऐरावती था। भगवान शांतिनाथ के गर्भ में आने के छह महीने पहले से ही इन्द्र की आज्ञा से हस्तिनापुर नगर में माता के आंगन में रत्नों की वर्षा होने लगी और श्री, ह्री, धृति आदि देवियाँ…
जीरा लेकर पीछे दौड़े एक गाँव के लोगों को बेवकूफ समझा जाता था। राजा ने मंत्री से कहा कि कुछ सयाने लोगों के साथ आप वहाँ जाओ, कुछ दिन रहो और पता लगाओं कि जन साधापण में उस गाँव वालों के प्रति जो धारणा है वह बद्धमूल है या निर्मूल ? मंत्रीजी अपने शिष्ट मंडल…
युग की आदि में इंद्र ने अयोध्या में सर्वप्रथम पाँच जिनमंदिर बनाये श्रुत्वेति तद्वचो दीनं करुणाप्रेरिताशयः। मनः प्रणिदधावेवं भगवानादिपुरुषः।।१४२।। पूर्वापरविदेहेषु या स्थितिः समवस्थिता। साद्य प्रवत्र्तनीयात्र ततो जीवन्त्यमूः प्रजाः।।१४३।। षट्कर्माणि यथा तत्र यथा वर्णाश्रमस्थितिः। यथा ग्रामगृहादीनां संस्त्यायाश्च पृथग्विधाः।।।१४४।। तथात्राप्युचिता वृत्तिरुपायैरेभिरङ्गिनाम्। नोपायान्तरमस्त्येषां प्राणिनां जीविकां प्रति।।१४५।। कर्मभूरद्य जातेयं व्यतीतौ कल्पभूरुहाम्। ततोऽत्र कर्मभिः षड्भिः प्रजानां जीविकोचिता।।१४६।। इत्याकलय्य तत्क्षेमवृत्त्युपायं क्षणं…
चारित्र के बिना मात्रज्ञान सिद्धिदायक नहीं है सव्वं पिहि सुदणाणं सट्ठु सुगुणिदं पि सुट्ठु पढिदं पि।समणं भट्ठचरित्तं णहु सक्को सुग्गइं णेदुं।।१४।।जडि पडदि दीवहत्थो अवडे विं कुणदि तस्स सो दीवो।जदि सिक्खिऊण अयणं करेदि विं तस्स सिक्ख फलं।।१५।। अर्थ-संपूर्ण भी श्रुतज्ञान कालादि शुद्धिपूर्वक प्राप्त किया गया है तथा परिणामों की विशुद्धि से बारम्बार उसका अभ्यास भी…
उर्जा का उत्तम स्रोत बादाम सूखे मेवों में बादाम को राजा माना जाता है। यह प्रति प्रदत्त उर्जा का उत्तम स्रोत है क्योंकि इसे उच्च श्रेणी का खाद्य माना जाता है। यह कैलोरी, प्रोटीन, विटामिन ए, बी काम्पलेक्स, ई, फौलिक एसिड, कैल्शियम, फास्फोरस, जिंक, कपूर,फाइवर, मैग्नीशियम, पोटाशियम अनेको न्यूट्रिएटस से भरपूर है। इसमे सेचुरेटिड वसा…
जैन पांडुलिपियों में विज्ञान सारांश जैन ग्रन्थ भंडारो की समृद्धता के कारणों की चर्चा के उपरान्त इनमें संग्रहीत विज्ञान विषयक पांडुलिपियों एवं उनकी विषय वस्तु की संक्षिप्त चर्चा की गई है। जैन भंडारों में गणित, ज्यातिष, ज्योतिर्विज्ञान, आयुर्वेद, भौतिक विज्ञान, रसायन आदि विषयक पांडुलिपियां उपलब्ध है। ‘देव पूजा गुरूपास्ति: स्वाध्याय: संयम स्तप: दानं चेति गृहस्थानां,…