छ: आवश्यक
छ: आवश्यक छ: आवश्यक का सर्वप्रथम उल्लेख मूलाचार की गाथा २२ में मिलता है। मुनि और श्रावक दोनों के लिए सामायिक, आलोचना, स्तुति, प्रतिक्रमण, प्रत्याख्यान कायोत्सर्ग ये करने योग्य आवआवश्यकतिपादित किए गये हैं। ये षट् आवश्यआवश्यक के तो अवश्य कर्तव्य हैं और श्रावक के भी कुछ न्यून पालन करना आवश्यआवश्यक। ये षट् आवश्यआवश्यकत्थान में महत्त्वपूर्ण…