इष्टोपदेश में वर्णित एक्त्वविभाक्त आत्मा
इष्टोपदेश में वर्णित एकत्वविभक्त आत्मा – प्रश्नोत्तरी भारतीय साहित्य की समृद्धि में जैनाचार्यों का योगदान उल्लेखनीय है। आत्मा और परमात्मा के सम्बन्ध में मुख्य रूप से दो प्रकार की विचारधारायें भारत के प्राचीन मनीषियों में प्रचलित रही हैं। एक विचारधारा में आत्मा के अस्तित्व को मूलभूत सम्य माना गया और उसकी पूर्ण विकसित अवस्था को…