सरस्सदी-त्थुदि
सरस्सदी-त्थुदि संस्कत विद्यापीठ, नई दिल्ली में प्राकृतभाषा पाठ्यक्रम के शुभारम्भ के अवसर पर ‘सरस्वती वंदना’ के रूप में प्राकृतभाषा-निबद्ध यह ‘सरस्वती-स्तुति’ प्रथम बार गायी गयी तथा तब से प्रतिदिन प्राकृतभाषा की कक्षा में इसका समूहगान होता है, तदुपरान्त कक्षा प्रारम्भ होती है। ‘प्राकृतविद्या’ के जिज्ञासु पाठकवृन्द की सेवा में यह सानुवाद प्रस्तु है। सरस्वती-पसादेय, कव्व्ं…