1. आचार्य उपाध्याय साधु
१. आचार्य उपाध्याय साधु दिगम्बर मुनियों में मुख्यरूप से आचार्य, उपाध्याय और साधु ये तीन भेद होते हैं। इन तीनों का संक्षिप्त लक्षण देखिये। आचार्य- ‘‘जो पाँच प्रकार के आचारों का स्वयं आचरण कहते हैं और दूसरे साधुओं से आचरण कराते हैं वे ‘आचार्य’ कहलाते हैं। जो चौदह विद्याओं के पारंगत, ग्यारह अंग के धारी…