बाल विकास भाग-2
नवग्रह शांति स्तोत्र शंभु छन्द सिद्धों का वंदन इस जग में, आतम सिद्धी का कारण है। इनकी भक्ती से भक्त करें, दुर्गति का सहज निवारण है।। सब तीर्थंकर भगवंत एक दिन, सिद्धिप्रिया को पाते हैं। इसलिए सभी ग्रह की शांती में, वे निमित्त बन जाते हैं।।१।। नभ में जो सूर्य, सोम, मंगल, बुध, गुरु व…
हस्तिनापुर उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक क्षेत्र है। हस्तिनापुर प्राचीन समय से ही अपने अन्दर विभिन्न इतिहास समेटे हुए है ” कहते हैं कि सन् १९४८ में भारत के प्रधानमंत्री स्व. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उजड़े हुए हस्तिनापुर को पुनः बसाया था जो कि ‘‘हस्तिनापुर सेन्ट्रल टाउन’’ के नाम से जाना…
जम्बूद्वीप तीर्थ के इतिहास का एक स्वर्ण अवसर तीर्थंकर जन्मभूमियों के इतिहास में यह प्रथम अवसर था, जब भगवान शांतिनाथ-कुंथुनाथ-अरहनाथ जैसे तीन-तीन पद के धारी महान तीर्थंकरों की साक्षात् जन्मभूमि हस्तिनापुर में जम्बूद्वीप स्थल पर ग्रेनाइट पाषाण की 31-31 फुट उत्तुंग तीन विशाल प्रतिमाएं अत्यन्त मनोरम मुद्राकृति में निर्मित करके राष्ट्रीय स्तर के पंचकल्याणक प्रतिष्ठा…
श्री क्षेत्रपाल चालीसा क्षेत्रपाल महाराज को, मन मंदिर में ध्याय || लिखने का साहस करूं,चालीसा सुखदाय ||१|| विघ्नहरण मंगलकरण,क्षेत्रपाल महाराज || करूं भक्ति श्रद्धा सहित,पूर्ण करो सब काज ||२|| चौपाई जैनधर्म प्राकृतिक कहाया,ग्रन्थ पुराण में है बतलाया ||१|| उसमें वर्णित कई वाक्य हैं,तीर्थंकर प्रभु वचन सार्थ हैं ||२|| हुए पूज्य आचार्य हमारे,उन वचनों को…