मृत्युंजय विधान की आरती
मृत्युंजय विधान की आरती तर्ज-ॐ जय............. ॐ जय जय मृत्युंजय, प्रिय जय जय मृत्युंजय। दुखकारी सुखकारी, करे सुयंत्र विजय।।टेक.।। जिसके सुमरन से ही डाकिन भूत पिशाच भगे। अहो. भव दुख भंजन पाप निकन्दन, आतम ज्योति जगे।ॐ......। जिसकी महिमा सुनकर, भविजन श्रद्धा उर प्रगटे। अहो. बीज मंत्र का ध्यान लगाकर, निज के रूप लसे।ॐ......। जिसकी स्तुति...