महालक्ष्मी माता की पूजन
महालक्ष्मी माता की पूजन रचयित्री-आर्यिका चंदनामती स्थापना (शंभु छंद) हे लक्ष्मी माता! तव मस्तक पर, प्रभु अरिहंत विराजे हैं। प्रभु से पावन तेरे तन पर, आभूषण गुण के राजे हैं।। प्रभु समवसरण में सरस्वती के, साथ सदैव रहा करतीं। तेरी पूजन से इसीलिए, जनता धनवान बना करती।।१।। दोहा आह्वानन स्थापना, सन्निधिकरण प्रधान। इस विधि लक्ष्मी…