08. दिगम्बर जैन मुनि एवं आर्यिकाओं की दिनचर्या
८. दिगम्बर जैन मुनि एवं आर्यिकाओं की दिनचर्या यतियों के मूलगुण- पंच१ य महव्वयाइं, समिदीओ पंच जिणवरुद्दिट्ठा। पंचेविंदियरोहा, छप्पि य आवासया लोचो।।२।। आचेलकमण्हाणं, खिदिसयणमदंतघंसणं चेव। ठिदिभोयणेयभत्तं, मूलगुणा अट्ठवीसा दु।।३।। अर्थ-पाँच महाव्रत, पाँच समिति, पाँच इन्द्रिय निरोध, छह आवश्यक, लोच, आचेलक्य, अस्नान, क्षितिशयन, अदंतधावन, स्थितिभोजन और एकभक्त ये अट्ठाईस मूलगुण श्री जिनेन्द्रदेव ने मुनियों के लिए…