अहिंसा, शाकाहार एवं माँ की ममता प्रस्तुति—प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चन्दनामती माताजी भारत के समस्त नागरिक बन्धुओं ! हमारी इस सस्यश्यामला भूमि पर आदिकाल से ही मानव ने आदि ब्रह्मा, परमपिता भगवान् ऋषभदेव के द्वारा सिखाई गई जीवनकला के अनुसार अन्न, फल, सब्जी, मेवा आदि खाद्य पदार्थों को खेतों में अपने परिश्रम द्वारा उत्पन्न कर ‘‘कृषि’’ कला…