सर्वरत्नमयी!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वरत्नमयी – Sarvaratnamayee. One of the six circumferences of Sumeru mountain. मेरू की चूलिका से लेकर नीचे की 6 पृथिवीकाय रूप परिधियों में तीसरी परिधि । इसका विस्तार 16 हजार 500 योजन है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वरत्नमयी – Sarvaratnamayee. One of the six circumferences of Sumeru mountain. मेरू की चूलिका से लेकर नीचे की 6 पृथिवीकाय रूप परिधियों में तीसरी परिधि । इसका विस्तार 16 हजार 500 योजन है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वरत्न – Sarvaratna. Name of sumits situated at Manushottar and Ruchak mountain. मानुषोत्तर व रूचक पर्वत पर स्थित एक-एक कूट ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वयश – Sarvayasha. Name of the 25th chief disciple of Lord Rishabhdev भगवान ऋषभदेव के 25 वें गणधर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वरक्षित – Sarvaraksita. Name of a specific heavenly deity-a Laukantik Dev. एक लौेकांतिक देव । यह तुषित और अव्याबाध लौकांतिक देव के मध्य में है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वयज्ञ – Sarvayagya. Name of the 29th chief disciple of Lord Rishabhdev. भगवान ऋषभदेव के 25 वें गणधर ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वमत – Sarvamata. Something universally accepted. जो सर्वरूप मान्य हो ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वभद्र – Sarvabhadra. A noble one. A type of peripatetic deities. सुशील यक्ष जाति के व्यंतरों के 12 भेदों में एक भेद ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वप्रिय – Sarvapriya. Dear to all, universally popular, Name of the 27th chief disciple of Lord Rishabhdev. ’सबको अच्छा लगने वाला , भगवान वृषभदेव के 27 वें गणधर ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वपरित्याग – Sarvaparitayaaga. Renunciation of all (on the pathe of salvation). उपसर्ग मार्ग; शुद्धात्मा के सिवाय अन्य जो कुछ भी बाह्यअभ्यन्तर परिग्रह रूप है, उस सर्व का त्याग ही उत्सर्ग है। निष्चय नय, सर्वपरित्याग, परमोपेक्षा संयम, वीतरागचारित्र, शुद्धोपयोग ये सब एकार्थवाची है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वपदार्थ – Sarvapadaartha. All matters or substances. समस्त पदार्थ परोक्ष प्रमाणभूत श्रुतज्ञान के द्वारा सर्व पदार्थ जाने जाते है क्योकि लोकालोक का परिज्ञान व्याप्ति रूप से छद्मस्थों में भी पाया जाता है।