17. पश्चिम धातकीखण्ड द्वीप ऐरावतक्षेत्र वर्तमान तीर्थंकर स्तोत्र
(चौबीसी नं. १७) पश्चिम धातकीखण्ड द्वीप ऐरावतक्षेत्र वर्तमान तीर्थंकर स्तोत्र अडिल्ल छंद अपरधातकी में, ऐरावत जानिये। वर्तमान चौबीस, जिनेश्वर मानिये।। तिनको वंदन करूँ, भक्ति उर लायके। शुद्ध बुद्ध परमातम गुण चित ध्यायके।।१।। नरेन्द्र छंद श्रीमन् ‘साधित’ तीर्थंकर को, सुरपतिगण मिल वंदें। जो इनको नित वंदन करते, अपने अघरिपु खंडे।। नव क्षायिक लब्धी हेतू मैं,…