नंद्यावर्त महल की पावनता
नंद्यावर्त महल की पावनता -ब्र. (कु.) इन्दु जैन (संघस्थ-गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी) जैनधर्म के चौबीसवें एवं अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर ने आज से २६०० वर्ष पूर्व बिहार प्रान्तस्थ कुण्डलपुर नगरी में महाराजा सिद्धार्थ की महारानी त्रिशला देवी की पवित्र कुक्षि से जिस सात खण्ड वाले नंद्यावर्त महल में जन्म लिया था उसके बारे में उत्तरपुराण…