श्रवणबेलगोला : एक दृष्टि
श्रवणबेलगोला तीर्थ कर्नाटक प्रान्त में स्थित है यहाँ भगवान बाहुबली स्वामी की 57 फीट की प्रतिमा विराजमान है इस मूर्ति का निर्माण चामुण्डराय ने करवाया था
इस मूर्ति का सौन्दर्य अपने आप में विशेष है |
श्रवणबेलगोला तीर्थ कर्नाटक प्रान्त में स्थित है यहाँ भगवान बाहुबली स्वामी की 57 फीट की प्रतिमा विराजमान है इस मूर्ति का निर्माण चामुण्डराय ने करवाया था
इस मूर्ति का सौन्दर्य अपने आप में विशेष है |
कहाँ जाता है -सर्वाधिक तीव्र गति मन अर्थात् चित्त की होती है ,संसार में फसाहुआ मनुष्य निरंतरमन से न जाने कितने संकल्प-विकल्प किया करता है ,एवं उस जन्य ही पुण्य एवं पाप कर्मों का उपार्जन किया करता है |
आगम ग्रन्थों का स्वाध्याय ही इस मन की स्व्च्छन्द गति को रोकने का एक मात्र उपाय हैं |
जिन-श्रुत-गुरु-सिद्ध-रत्नत्रयस्नपनविधि(पं.आशाधरसूरिविरचित)
‘जम्बूद्वीप ज्ञानपीठ’ पर ब्र. भाई जी का आरोहण पूज्य १०५ क्षुल्लक श्री मोतीसागर जी महाराज (मुनि श्री मोतीसागर जी के रूप में सल्लेखना प्राप्त) के पश्चात् ‘जम्बूद्वीप ज्ञानपीठ’ का कार्यभार आदरणीय ब्रह्मचारी रवीन्द्रकुमार भाई जी के सबल कंधों को सौंपा गया है। वह चारित्रचन्द्रिका परमपूज्य गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती जी द्वारा उठाया गया स्वागत योग्य…