15. कर्म आस्रव के कारण
कर्म आस्रव के कारण कर्मों के आने के द्वार को आस्रव कहते हैं। इसके दो भेद हैं— पुण्यास्रव और पापास्रव। अर्हंत भक्ति, जीवदया आदि क्रियारूप शुद्धयोग से पुण्यास्रव और जीविंहसा झूठ आदि क्रियारूप अशुभयोग से पापास्रव होता है। ज्ञानावरण कर्म के आस्रवके कारण—ज्ञानी से ईष्र्या करना, ज्ञान के साधनों में विघ्न डालना, अपने ज्ञान को…