कातंत्र-व्याकरण!
कातंत्र-व्याकरण –आचार्य श्री शर्ववर्म के द्वारा रचित यह संस्कृत व्याकरण है ।इसका हिन्दी अनुवाद भी पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ने किया है । जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर से प्रकाशित इस व्याकरण का अध्ययन आज समस्त साधु संघों में होता है । इसका अध्ययन करने सभी साधुओं को यह ग्रन्थ संस्था द्वारा निःशुल्क भेजा जाता है ।