तीर्थंकर मुनि
तीर्थंकर मुनि तीर्थंकरों की अपेक्षा मुनियों के भेद तीर्थंकर प्रकृति का जिनके बंध हो चुका है, उनके गर्भ मे आने के छह महीने पहले से ही रत्नों की वर्षा आदि होकर गर्भागम के समय इन्द्रादि आकर गर्भ महोत्सव मनाते हैं। जन्म लेते ही इन्द्रादि देव आकर भगवान शिशु को सुमेरु पर्वत पर ले जाकर…