गृह!
गृह Residence, Homes, Dwelling places. घर, समाज के विभिन्न वर्गों के आवास Residence, Homes, Dwelling places.
गृह Residence, Homes, Dwelling places. घर, समाज के विभिन्न वर्गों के आवास Residence, Homes, Dwelling places.
गृद्धिGreediness, Passional longings or desires. लोभ, पिपासा-विषयों की अति लालसा Residence, Homes, Dwelling places.
गृद्धपृष्ठA type of suicide (due to the fear of king etc.) दुष्काल, राजा आदि के ब्व्हय वसे शास्त्र से शास्त्र से मरना
अस्नान Untouchables, Impure. साधु का एक मूलगुण , जल से नहाना रूप स्नानादि क्रियाओं को छोड़ देना
मोक्ष कल्याणक – समस्त कर्मों को नाश करके तीर्थंकर भगवान जब सिद्ध शिला पर पहुँच जाते हैं , तब उस अवस्था का नाम होता है – मोक्ष कल्याणक ।
भगवान शांतिनाथ जैनधर्म के चौबीस तीर्थंकरों में से सोलहवें तीर्थंकर का नाम है – शांतिनाथ ।भगवान शांतिनाथ ने हस्तिनापुर में जन्म लिया तथा उनके गर्भ – जन्म – तप एवं ज्ञान ये चार कल्याणक हस्तिनापुर में हुए और मोक्ष कल्याणक सम्मेदशिखर सिद्धक्षेत्र से हुआ था।इनका चिन्ह हिरण है । ये तीर्थंकर- चक्रवर्ती – कामदेव इन…
सब तीर्थों में प्रथम अयोध्या तीर्थ हमारा तर्ज—रोम-रोम से निकले…… सब तीर्थों में प्रथम अयोध्या तीर्थ हमारा।। हां तीर्थ……। ऐसा हुआ विकास कि जग में फैला नाम निराला।। सब…..।।टेक.।। युग की आदि में तीर्थंकर श्री आदिनाथ जी जन्मे। अजितनाथ, अभिनन्दन, सुमति औ अनन्त जी जन्मे।। इसी भूमि ने भूत, भावि सब तीर्थंकर अवतारा।। सब……।।१।। ज्ञानमती…
तीर्थ प्रयाग में देखो कैसा, हुआ भव्य निर्माण तर्ज—देख तेरे संसार…… तीर्थ प्रयाग में देखो कैसा, हुआ भव्य निर्माण, बन गया तीरथराज महान।।टेक.।। ऋषभदेव की तपोभूमि है। जिनशासन की यशोभूमि है।। कोड़ाकोड़ी वर्ष बाद सब भूल गए थे नाम, बन गया तीरथराज महान।।१।। ज्ञानमती माता ने बताया। भक्तों ने तब तीर्थ बनाया।। एक यही प्रेरणा…
सारे जग का तू सरताज-बाबा हो बाबा तर्ज—सारे जग में तेरी धूम…… सारे जग का तू सरताज-बाबा हो बाबा। तूने मोक्षमार्ग बतलाया, जग को जीवन कला सिखाया, आदि ब्रह्मा तू कहलाया।। सारे……।। टेक.।। कर्मयुग के प्रथम आप अवतार हैं। नाभिनन्दन को जग को नमस्कार है।। माता मरुदेवी हर्षार्इं, जिनके घर में बजी बधाई। सबके मन…