01.2 जैनधर्म की ऐतिहासिकता
जैनधर्म की ऐतिहासिकता प्रत्येक देश और जाति का अपना एक सांस्कृतिक इतिहास होता है। इतिहास तथ्यों का संकलन मात्र नहीं है, अपितु परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में उत्थान और पतन, विकास और अवनति, जय और पराजय की पृष्ठभूमि और तथ्य संकलन इतिहास कहलाता है। देश और जाति के समान व्यक्ति और धर्म का भी इतिहास होता…