पद्मावती की देन!
पद्मावती की देन पण्डित कैलाशचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री स्वामी पात्रकेसरी – जिनसेनाचार्य ने (विक्रम की नवमी शती) अपने महापुराण के प्रारम्भ में पात्रकेसरी नाम के एक आचार्य का स्मरण किया है तथा श्रवणबेलगोला के चन्द्रगिरिपर्वत पर अंकित एक शिलालेख में लिखा है- ‘‘महिमा स पात्रकेसरिगुरो: परं भवति यस्य भक्त्यासीत्। पद्मावती सहाया त्रिलक्षणकदर्शनं कर्तुम्।।’’ उस…