तीर्थंकर प्रभू को केवलज्ञान हो गया!
तीर्थंकर प्रभू को केवलज्ञान हो गया तर्ज—एक परदेशी………….. तीर्थंकर प्रभू को केवलज्ञान हो गया, आतमा परमातमा भगवान हो गया।।टेक.।। घातिकर्म को क्षय करके प्रभु ने, दिव्यज्ञान को प्राप्त किया है। …प्राप्त किया है……. तत्क्षण धनद ने आकरके नभ में, समवसरण की रचना किया है।। रचना……. बारह सभा का उसमें निर्माण हो गया,…