क्या बुद्धिमान व्यक्ति मांसाहारी हो सकता है ?
क्या बुद्धिमान व्यक्ति मांसाहारी हो सकता है ? लेखक— डॉ. चंचलमल चोरडिया जोधपुर मानवीय गुणों के अभाव में मानव जीवन निरर्थक— मानवीय गुणों के अभाव में मनुष्य और पशु में विशेष अंतर नहीं होता। दया, करूणा, मैत्री, सेवा, परोपकार, अनुकंपा नैतिकता, सहानुभूति, कर्तव्य पालन का विवेक मानवता का प्रतीक है। इन गुणों से शून्य…