लोकमंगल व्रत!
लोकमंगल व्रत (जैनेन्द्र व्रत कथा संग्रह मराठी पुस्तक के आधार से) आषाढ़ शुक्ला चतुर्थी के दिन उपवास करके यह व्रत किया जाता है। पुन: श्रावण कृ. ४, श्रावण शु. ४, भाद्रपद कृ. ४, भाद्रपद शु. ४, आश्विन कृ. ४, आश्विन शु. ४, कार्तिक कृ. ४ और कार्तिक शु. ४, ऐसी नौ चतुर्थी को यह व्रत…